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Big breking इंडिया

भारत सरकार 7 मई 2025 को देश के 244 जिलों में युद्ध जैसी आपात स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल करेगी। जानें किस तरह की तैयारियां होंगी और नागरिकों को क्या करना चाहिए।

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने 7 मई 2025 को देशभर के 244 चिन्हित सिविल डिफेंस जिलों में एक व्यापक मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्णय लिया है। गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार यह अभ्यास युद्ध जैसी आपातकालीन स्थिति के लिए नागरिकों और प्रशासन को तैयार करने के उद्देश्य से किया जा रहा है।

ड्रिल का कारण

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 नागरिकों की मृत्यु के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए यह मॉक ड्रिल बेहद अहम मानी जा रही है। गृह मंत्रालय के अनुसार यह अभ्यास नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने और संभावित युद्ध जैसी परिस्थिति में रेस्पॉन्स सिस्टम की समीक्षा के लिए आवश्यक है।

क्या-क्या होगा मॉक ड्रिल में?

हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाए जाएंगे।

ब्लैकआउट (बिजली बंद) की जाएगी ताकि नागरिकों को अंधेरे में सतर्कता का अभ्यास कराया जा सके।

निकासी और राहत प्रक्रिया का अभ्यास होगा।

स्कूल, कॉलेज, अस्पतालों और सार्वजनिक स्थलों पर आपातकालीन प्रशिक्षण।

महत्वपूर्ण ढांचों को सुरक्षित करने के उपाय।

किस-किस जिले में होगा ड्रिल?

यह अभ्यास देश के 244 चिन्हित जिलों में होगा, जिनमें जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली जैसे सीमावर्ती और संवेदनशील इलाके शामिल हैं।

नागरिकों के लिए क्या जरूरी?

सायरन बजने पर खुले स्थान से हटें और सुरक्षित स्थानों की ओर जाएं।

अफवाहों पर विश्वास न करें, सिर्फ सरकारी निर्देशों का पालन करें।

रेडियो, टीवी और सरकारी ऐप्स से अपडेट लेते रहें।

अपने पास जरूरी दस्तावेज और प्राथमिक चिकित्सा सामग्री रखें।

सरकार का संदेश

सरकार ने स्पष्ट किया है कि यह सिर्फ एक अभ्यास है और घबराने की जरूरत नहीं है। इसका मकसद नागरिकों को सतर्क और तैयार बनाना है ताकि किसी भी आपदा या युद्ध जैसी स्थिति में नुकसान कम से कम हो।

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