रमन डोंगरे पालिका अध्यक्ष ने कार्यभार संभाला, सफाई एवं पेयजल को प्राथमिकता, बैठक लेकर कर्मचारियों को दिए निर्देश।

डोंगरगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष रमन डोंगरे ने आज विधिवत कार्यभार संभाल लिया पहले ही दिन उन्होंने ताबड़तोड़ बैठक लेकर अधिकारियों कर्मचारियों को दिशा निर्देश दिए। बैठक में पालिका अधिकारी चंद्रकांत शर्मा, उपाध्यक्ष उमा महेश वर्मा, पार्षद हरीश मोटघरे, डी एकेश राव, अनीश निर्मलकर, भूपेंद्र मरकाम, राजेंद्र सेन, श्रीमती मेनका कंडरा सहित विभागीय कर्मचारियों की उपस्थिति में उन्होंने शहर में साफ सफाई एवं मच्छरों से निजात दिलाने के लिए नालियों में लारवा हिट तथा ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करने के निर्देश दिए। गर्मी को देखते हुए शहर में बिजली एवं पानी की समुचित व्यवस्था के लिए भी जल शाखा एवं विद्युत शाखा को अलर्ट मोड पर कार्य करने के दिशा निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि आने वाली भीषण गर्मी को दृष्टिगत रखते हुए पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए जिन वार्डों में पानी की समस्या रहती है वहां पानी की सप्लाई टैंकरों के माध्यम से करने के दिशा निर्देश दिए।
इसके अलावा राजस्व शाखा के कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से वसूली कार्य में सत प्रतिशत वृद्धि करने की समझाइए दी गई। उन्होंने कहा कि बिना राजस्व के कोई भी कार्य संपादित नहीं होगा इसलिए लंबित भुगतान समय पर हो ऐसी व्यवस्था हमें सुनिश्चित करनी पड़ेगी। 31 मार्च के पूर्व सत प्रतिशत वसूली करने के निर्देश श्री डोंगरे ने दिये। रमन डोंगरे ने कहा कि आने वाले चैत्र नवरात्रि पर्व को देखते हुए शहर में लाखों की तादाद में दर्शनार्थियों एवं आगंतुकों का आगमन होना है इसलिए मुख्य रूप से सफाई पेयजल व विद्युत की व्यवस्था को सुदृढ किया जाना चाहिए और उन्हें कहा कि आने वाले दर्शनार्थियों को परेशानी का सामना न करना पड़े इसका प्रत्येक पालिका कर्मी विशेष ध्यान रखें और अपने-अपने विभाग के कार्य को समय अनुसार सफलतापूर्वक संपादित कर लेवे। उन्होंने साफ चेतावनी देते हुए कहा कि समय पर कार्य नहीं करने वाले कर्मचारी को परेशानी का सामना करना होगा । इसलिए समय रहते विभाग के कार्यों में रुचि लेकर अपने कार्यों को शत प्रतिशत सफलतापूर्वक संपादित करें।
नहीं हो रही राजस्व की वसूली – ज्ञात है कि पालिका में कर्मचारियों को हमेशा वेतन के लाले पड़े रहते हैं किंतु फिर भी राजस्व अमला अपने कार्यों को संपादित करने में रुचि नहीं दिखता, जिसके चलते वसूली में लगातार पालिका पिछड़ते जा रही है राजस्व वसूली मे करोड़ों रुपए की राशि बकाया है । जिससे पालिका को आर्थिक नुकसान भी हो रहा है और कर्मचारियों को वेतन भी नहीं मिल रहा यदि राजस्व विभाग की वसूली समय रहते पूर्ण कर ली गई तो आर्थिक तंगी से पालिका को निजात मिल सकेगी।